विटामिन A, & E के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ।
विटामिन A
विटामिन A एक विटामिन है जो शरीर के लिए आवश्यक होता है। यह विटामिन शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपयोगी होता है, जैसे कि रक्त कोशिकाओं का उत्पादन, आँखों की रक्षा, त्वचा की रखरखाव और विभिन्न प्रकार की संक्रमणों से लड़ने की क्षमता जैसे गुणों के लिए।
विटामिन A के प्रकार विटामिन A के दो प्रकार होते हैं - पूर्ववर्ती विटामिन ए और विटामिन ए। पूर्ववर्ती विटामिन ए जीवों के शरीर में होता है जो खाद्य से लिया जाता है, जबकि विटामिन ए शरीर में पूर्ववर्ती विटामिन ए से उत्पन्न होता है।
विटामिन A के लाभ
रक्त कोशिकाओं का उत्पादन: विटामिन ए के अभाव में शरीर में हेमोग्लोबिन के उत्पादन में कमी होती है जो रक्त कोशिकाओं के लिए आवश्यक होती है। विटामिन ए के सेवन से रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बढ़ता है और एनीमिया का खतरा कम होता है।
आँखों की रक्षा: विटामिन ए आँखों के लिए अत्यंत आवश्यक होता है। इसके अभाव में रात को दृश्य शक्ति में कमी होती है और रात में दृश्य कमजोर होता है जो नाइट ब्लाइंडनेस के रूप में जाना जाता है। विटामिन ए का सेवन आँखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और नाइट ब्लाइंडनेस के खतरे को कम करता है।
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त्वचा की रखरखाव: विटामिन ए त्वचा के लिए बहुत उपयोगी होता है। यह त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है, उसमें नमी बनाए रखता है और बालों को मजबूत बनाता है।
संक्रमण से लड़ने की क्षमता: विटामिन ए संक्रमण से लड़ने की क्षमता में मदद करता है। यह शरीर के रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है।
विटामिन ए का सेवन करने के तरीके विटामिन ए का सेवन खाद्य से किया जा सकता है। खाद्य में अधिक मात्रा में विटामिन ए होता है, जैसे कि अंडे, मछली, और मक्खन। विटामिन ए का सुप्लीमेंट भी उपलब्ध है, लेकिन इसे केवल डॉक्टर की सलाह पर उपयोग करना चाहिए।
विटामिन A के लिए आप निम्नलिखित खाद्य पदार्थ खा सकते हैं:
गाजर: गाजर विटामिन A का अच्छा स्रोत होता है। इसमें कैरोटीन होता है, जो जिसे शरीर विटामिन A में बदलता है।
मीठा आलू: मीठे आलू में भी विटामिन A की अच्छी मात्रा होती है।
पालक: पालक भी विटामिन A का अच्छा स्रोत होता है।
विटामिन ए की आवश्यकता
विटामिन ए की आवश्यकता व्यक्ति के आयु, उनके जीवन शैली और खाद्य सामग्री के आधार पर भिन्न हो सकती है। नीचे दिए गए तालिका में विभिन्न आयु वर्गों के लिए दिन में विटामिन ए की अनुमानित आवश्यकता है:
- बच्चों के लिए (1-3 वर्ष): 300-400 mcg
- बच्चों के लिए (4-8 वर्ष): 400-500 mcg
- 9-13 वर्ष: 600-700 mcg
- 14-18 वर्ष: 700-900 mcg
- 19 साल से ऊपर के लिए: 900-1000 mcg
सावधानिया : विटामिन ए का अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। अधिक मात्रा में विटामिन ए का सेवन करने से शरीर में विटामिन ए की जबड़दस्त मात्रा हो जाती है जो कि शरीर के अन्य अंगों पर नकारात्मक प्रभाव डा ल सकती है। विटामिन ए की अधिकता शरीर में लाल-गोल-मोटी दाने जैसे दिखने वाली समस्याओं का कारण बन सकती है। इसलिए, विटामिन ए का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना सुनिश्चित करें।
कुछ लोग विटामिन ए के खिलाफ एलर्जी रहते हैं। विटामिन ए के सुप्लीमेंट्स का सेवन करने से पहले, यदि आप एलर्जी से पीड़ित हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से विस्तार से बात करें।
सामान्यतः, विटामिन ए एक महत्वपूर्ण विटामिन है जो हमारे शरीर के सही विकास और सेहत के लिए आवश्यक होता है। खाद्य से संतुलित रूप से विटामिन ए का सेवन करने से हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
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विटामिन E :
विटामिन E एक विटामिन है जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट होता है। यह त्वचा, बाल, नाखून और आंतरिक अंगों के स्वस्थ विकास के लिए बहुत आवश्यक है। विटामिन E कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है जैसे कि बीज, नट्स, सोयाबीन, सामग्री आदि।
विटामिन E के फायदे:
- इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट तत्वों के कारण, यह आंतरिक अंगों को सुरक्षित रखता है जो फ्री रेडिकल्स के कारण नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- यह त्वचा को मुलायम, चमकीला और स्वस्थ रखता है।
- इसका सेवन बालों के लिए भी फायदेमंद होता है। इससे बालों की ग्रोथ बढ़ती है और बाल मजबूत बनते हैं।
- विटामिन E को खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।
- यह डायबिटीज जैसी बीमारियों को रोकने में भी मददगार होता है।
विटामिन E की कमी के लक्षण शामिल होते हैं:
- दूधे दांतों या त्वचा के अलसर।
- बालों में सुखापन या झड़ने की
- आँखों की समस्याएं जैसे कि आँखों के सूखे और अधिक आँखों से आंसू आना।
- अपने आप में नाजुकता और मानसिक तनाव।
- आंतरिक घावों या छोटी-मोटी रक्तवाहिका के लिए ज्यादा संक्रमण संभावना।
विटामिन E की दैनिक आवश्यकता लिंग के अनुसार भिन्न होती है। आमतौर पर, दैनिक रूप से 15 मिलिग्राम विटामिन E की आवश्यकता होती है। विटामिन E का अधिक सेवन करने से नुकसान हो सकता है, इसलिए विटामिन E के आहार से ही इसकी जरूरत को पूरा करना चाहिए।
विटामिन E की कमी के लक्षण का अनुभव होने पर डॉक्टर से परामर्श लेना बेहद जरूरी होता है। डॉक्टर द्वारा निर्धारित टेस्ट और दवाओं के सेवन के माध्यम से विटामिन E की कमी को पूरा किया जा सकता है।
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